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मानसिक फिटनेस--Best Psychiatry in Kanpur

मानसिक-विकार---Best Psychiatry in Kanpur

मनोचिकित्सकों की राय में जब किसी व्यक्ति की भावनाएँ, विचार अथवा व्यवहार दूसरे लोगों के लिए समस्या बन जाए , तो यह उस व्यक्ति के मानसिक बीमारी से ग्रस्त होने के लक्ष्ण हो सकते हैं , लेकिन समुचित जानकारी के अभाव में लोग इस ओर ध्यान नहीं देते जिससे समस्या गंभीर रूप धारण कर लेती है।
Best Psychiatry in Kanpur

मानसिक बीमारी होने का कारण दिमाग में 'केमिकल इंबैलेंस' होने की बात कहते हुए मनोचिकित्सक डॉक्टर समीर पारेख ने कहा, ' जब तक समस्या बड़ी न हो तब तक लोगों का ध्यान मानसिक बीमारियों की ओर नहीं जाता। इसे संबंधित व्यक्ति की आदत समझकर लोग 
नजरअंदाज कर देते है जबकि कुछ लोग मानसिक बीमारी को पागलपन समझ बैठते हैं ।Best Psychiatry in Kanpur



रणनीतिक खेल और न्‍यूरोबिक एक्‍सरसाइज से बढ़ाएं मानसिक फिटनेस:

यदि आप शारीरिक व्‍यायाम की ही तरह नियमित रूप से दिमागी कसरत करते हैं तो इससे आप मानसिक रूप से फिट रहते हैं। कई अध्‍ययनों से साफ हो चुका है कि दिमागी कसरत करने से आपके तनाव का स्‍तर तो कम होता ही है, साथ ही डिप्रेशन की आशंका भी कम रहती है। इस लेख के जरिए हम आपको बताएंगे कुछ ऐसी एक्‍सरसाइज जो आपको दिमागी रूप से फिट रखेंगी।Best Psychiatry in Kanpur
स्‍ट्रेटजी गेम्‍स, कार्ड गेम या बोर्ड गेम की तरह ही होते हैं। दिमागी कसरत के द्वारा मस्तिष्‍क को फिट रखने के लिए ये कारगर हैं। इनको लॉजिकल पैटर्न पर खेलना होता है। बदलते जमाने के साथ स्‍ट्रेटजी गेम्‍स कंप्‍यूटर और ऑन लाइन गेम्‍स में बदल गए हैं। इनमें आपको एक टार्गेट दिया जाता है, जिसे पाने के लिए आपको तर्क शक्ति का प्रयोग करना होता है।Best Psychiatry in Kanpur

न्‍यूरोबिक एक्‍सरसाइज

यदि आप मानसिक फिटनेस बढ़ाने के साथ ही मानसिक रूप से राहत भी पाना चाहते हैं तो न्‍यूरोबिक एक्‍सरसाइज अच्‍छा विकल्‍प हैं। न्‍यूरोबिक एक्‍सरसाइज को आमतौर पर जरूरत पड़ने पर ही किया जाता है। तकनीकी रूप से न्‍यूरोबिक एक्‍सरसाइज का मतलब है, इससे आप एक समय में कई काम निबटा सकते हैं।Best Psychiatry in Kanpur

पहेलियां हल करना

एक व्‍यक्ति का मस्तिष्‍क उसके पूरे जीवन के दौरान लगातार विकास करता रहता है। एक अध्‍ययन में यह पाया गया है कि पुराने यानि उम्रदराज लोगों का मस्तिष्‍क भी बदलाव के दौर से गुजरता रहता है। मस्तिष्‍क में हमेशा नई कोशिकाएं जन्‍म लेती रहती हैं। यदि किसी व्‍यक्ति की उम्र के साथ याद्दाश्‍त कम हो रही है तो यह मानसिक प्रोत्‍साहन की कमी का नतीजा हो सकता है। क्रॉस वर्ड, सुडुको, दिमागी खेल और अन्‍य प्रकार की दिमागी कसरत आपके दिमाग को फिट रखेंगी। आमतौर पर इस तरह की दिमागी कसरत से मस्तिष्‍क के बायें भाग को ज्‍यादा फायदा होता है।

कार्डियोवस्‍कुलर एक्‍सरसाइज

मानसिक फिटनेस को बढ़ाने के लिए कार्डियो ट्रेनिंग बहुत ही फायदेमंद साबित हुई हैं। इनसे आप मानसिक रूप से तो स्‍वस्‍थ्‍य रहते ही हैं, साथ ही बढ़ती उम्र के साथ दिमागी कोशिकाएं भी बढ़ती है। यदि आपकी या आपके किसी परिचित की बढ़ती उम्र के साथ याद्दाश्‍त कमजोर हो रही हैं तो यह अल्‍जाइमर का संकेत भी हो सकता है।Best Psychiatry in Kanpur

दिमागी रूप से फिट रहने के लिए भरपूर नींद जरूरी है, साथ ही ऊपर बताएं गए मस्तिष्‍क से जुड़े व्‍यायाम आपको और लोगों से अलग बनाते हैं। इन्‍हें हर रोज करना जरूरी नहीं है, हफ्ते में तीन से चार बार करने से भी आपको इनसे फायदा मिलेगा।
I am sure this gonna help you to come out from depression and i would recommend consult your Doctor.

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